बड़ी दूर से चल कर आया हूँ ,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए,
एक बेलपत्र में लाया हूँ चरणों में तेरे अर्पण के लिए,
बड़ी दूर से चल कर आया हूँ ,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक बेलपत्र में लाया हु चरणों में तेरे अर्पण के लिए…. X2
बड़े भाव से………
रुद्राक्ष महोत्सव, कुबेरेश्वर धाम, सीहोर – 2025
न हीरे मोती सोना हैं न धन दौलत की फेरी हैं…X2
आंसू बचा कर लाया हूँ, पूजा तेरी करने के लिए…X2
बड़ी दूर से चल कर आया हूँ,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक बेलपत्र में लाया हु चरणों में तेरे अर्पण के लिए…. X2
शम्भू बड़े भाव से………
मेरे बाबा मेरी इच्छा नहीं अब यहाँ से वापस जाने की …X2
अब चरणों में जगह दे दो थोड़ी, मुझे जीवन भर रहने के लिए …X2
पंडित प्रदीप मिश्रा जी की जीवनी
बड़ी दूर से चल कर आया हूँ,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक बेलपत्र में लाया हु चरणों में तेरे अर्पण के लिए…. X2
शम्भू बड़े भाव से………
बड़ी दूर से चल कर आया हूँ,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक बेलपत्र में लाया हु चरणों में तेरे अर्पण के लिए…. X2
भजन के बारे में :
भजन के बोल : बड़ी दूर से चल कर आया हूँ लिरिक्स
भजन गायक : पंडित प्रदीप मिश्रा जी महाराज (सीहोर वाले)
पवित्र धाम : कुबरेश्वर धाम (सीहोर)