जो शिव नाम होठों पे चढ़ गया रे लिरिक्स

जो शिव नाम होठों पे चढ़ गया रे लिरिक्स

जो शिव नाम होठों पे चढ़ गया रे ,
तो समझो ये जीवन संवर गया रे,

मन में बसा ले तू शिव काशी वाला  ,
साथ चलेगा तेरे डमरू वाला ,
जो मन शिव की भक्ति में रम गया रे ,
तो समझो ये जीवन संवर गया रे,

जग की ये माया बड़ी उलझावे ,
पाप कर्म भगति के आडे आवे ,
जो शिव जी ने हाथ सर पे धर दियो रे ,
तो समझो ये जीवन संवर गया रे,

बम बम बासुकी का नाम बड़ा प्यारा ,
नाम ने लाखों को पार उतारा ,
जो भोले ने हाथ पकड़ लियो रे ,
तो समझो ये जीवन संवर गया रे ,

जो शिव नाम होठों पे चढ़ गया रे ,
तो समझो ये जीवन संवर गया रे ,

जो शिव नाम होठों पे चढ़ गया रे लिरिक्स

भजन के बारे में :

भजन के बोलशिव नाम होठों पे चढ़ गया रे लिरिक्स

भजन गायक : पंडित प्रदीप मिश्रा जी महाराज (सीहोर वाले)

पवित्र धाम : कुबरेश्वर धाम (सीहोर)