महादेव की होली: भक्ति, रंग और अलौकिक आनंद का संगम- 2025

महादेव की होली भक्ति रंग और अलौकिक आनंद का संगम – 2025

सीहोर के पवित्र चमत्कलेश्वर मंदिर में 15 मार्च 2025 को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक महादेव की होली का एक अद्वितीय और भव्य आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन भगवान भोलेनाथ के चरणों में रंगों और भक्ति की अलौकिक होली का अनुभव कराने का एक अनुपम अवसर है। होली का यह पावन पर्व, जो कि रंगों का त्योहार है, इस बार भगवान शिव की कृपा और भक्ति के संगम से और भी विशेष बनने जा रहा है। इस आयोजन में श्रद्धालु न केवल रंगों से सराबोर होंगे, बल्कि भक्ति के रस में भी डूबेंगे।

महादेव की होली भक्ति रंग और अलौकिक आनंद का संगम - 2025

आयोजन की विशेषताएं और आकर्षण

इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता है होली के रंगों और भक्ति का अनूठा मेल। मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाएगा, जहाँ भगवान भोलेनाथ की मूर्ति को रंगों से अलंकृत किया जाएगा, जो दर्शाता है कि होली का यह पर्व भगवान शिव के प्रति समर्पण और प्रेम का प्रतीक है।

इस भव्य आयोजन में निम्नलिखित कार्यक्रम होंगे:

  • भजन और कीर्तन: भक्तों को भक्ति के रंग में रंगने के लिए मधुर भक्ति संगीत। प्रसिद्ध भजन गायक विशेष रूप से इस अवसर पर अपने भजनों से भक्तों को मंत्रमुग्ध करेंगे।
  • धार्मिक प्रवचन: भगवान शिव के जीवन, उनके लीला प्रसंग और होली के महत्व पर गूढ़ चर्चा।
  • गुलाल और फूलों की होली: सभी श्रद्धालु एक-दूसरे को रंग और फूल लगाकर भाईचारे का संदेश देंगे। भक्तगण भगवान शिव पर रंग और फूल अर्पित करेंगे।
  • एक भव्य चल समारोह: इस अवसर पर एक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें श्रद्धालु भगवान शिव की भव्य झांकी के साथ नगर भ्रमण करेंगे। यह शोभायात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव होगा। शोभायात्रा में ढोल-नगाड़े, शिव तांडव नृत्य, आकर्षक झांकियां और भक्तों द्वारा हर-हर महादेव के जयघोष गूंजायमान होंगे।
  • विशेष रुद्राभिषेक एवं हवन: महादेव की विशेष पूजा और हवन का आयोजन, जिससे श्रद्धालु दिव्य ऊर्जा और सकारात्मकता का अनुभव करेंगे।
  • प्रसाद वितरण: विशेष रूप से तैयार किया गया प्रसाद जो आयोजन को और दिव्य बनाएगा।

मंदिर परिसर में यह सब देखते ही बनता है, जहाँ रंगों और भक्ति का संगम एक अलौकिक अनुभव प्रदान करता है।

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आयोजन का महत्व

यह आयोजन केवल होली के उत्सव तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भगवान भोलेनाथ के प्रति अटूट भक्ति और समर्पण को भी दर्शाता है। होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और भगवान शिव, जो कि संहारक और पालनकर्ता दोनों हैं, इस त्योहार के माध्यम से अपने भक्तों को यह संदेश देते हैं कि सत्य और धर्म की राह पर चलने से ही जीवन में सुख और शांति प्राप्त होती है।

यह आयोजन समाज में एकता, सद्भावना, और भाईचारे को बढ़ावा देने का भी एक प्रयास है, क्योंकि होली का पर्व सभी मतभेदों को भुलाकर एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर मनाने का संदेश देता है। इस आयोजन के माध्यम से सभी को प्रेम, सहिष्णुता और आध्यात्मिकता का संदेश मिलेगा।

भाग लेने का निमंत्रण

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इस आयोजन में भाग लेने से श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति का अनुभव होगा, भक्ति के रंग में रंगने का अवसर मिलेगा, और समाज के अन्य सदस्यों के साथ मेलजोल बढ़ाने का मौका मिलेगा। यह एक ऐसा पावन अवसर है जो आपको भगवान भोलेनाथ के और करीब लाएगा और आपके जीवन में सकारात्मकता और आनंद का संचार करेगा। होली के इस विशेष आयोजन में शामिल होकर आप न केवल त्योहार का आनंद लेंगे, बल्कि भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद भी प्राप्त करेंगे।

महादेव की होली भक्ति रंग और अलौकिक आनंद का संगम - 2025

अधिक जानकारी और संपर्क

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अधिक जानकारी के लिए आप आयोजन की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं या संपर्क नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इस दिव्य और भव्य आयोजन में भाग लेकर आप भगवान भोलेनाथ के पावन चरणों में रंगों और भक्ति की अलौकिक होली का अनुभव कर सकते हैं। आइए, इस होली को भगवान शिव के नाम समर्पित करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को रंगीन बनाएं।

हर हर महादेव!

 

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