भगवान शिव की कृपा पाने का विशेष उपाय: शमी के फूल, कमलगट्टे और बेलपत्र की महिमा

भगवान शिव की कृपा पाने का विशेष उपाय:

शमी के फूल, कमलगट्टे और बेलपत्र की महिमा

पंडित प्रदीप मिश्रा जी का यह उपदेश है कि भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए सोमवार, सोमवार की अष्टमी, या शिवरात्रि जैसे पावन अवसरों पर विशेष उपाय करना अत्यंत लाभकारी होता है। विशेषकर यदि आप किसी गंभीर बीमारी या जीवन की अन्य कठिनाइयों से परेशान हैं, तो यह साधना आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकती है।

शमी के फूल का महत्व

पंडित जी कहते हैं कि किसी भी सोमवार, सोमवार की अष्टमी, या शिवरात्रि पर शमी के फूल को लेकर भगवान नीलकंठेश्वर महादेव का ध्यान करना चाहिए। शमी का फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इसे शिवलिंग पर अर्पित करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। इसे अर्पित करते समय महादेव के निम्नलिखित मंत्र का स्मरण करें:

“ओम नमः शिवाय”

शमी के फूल, कमलगट्टे और बेलपत्र की महिमा

यह मंत्र आपके मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करने में सहायक होता है।

गाय के घी का अर्पण

शिवलिंग पर शमी के फूल के साथ-साथ गाय का घी भी अर्पित करें। यह घी भगवान शिव को प्रसन्न करता है और आपकी समस्याओं का समाधान करने में सहायक होता है। घी अर्पित करते समय भगवान शिव से अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें। यह प्रक्रिया आपकी आंतरिक ऊर्जा को जागृत करती है और सकारात्मकता का संचार करती है।

कमलगट्टे और बेलपत्र का उपयोग

इस उपाय में पांच कमलगट्टे और पांच बेलपत्र का भी विशेष महत्व है। इन्हें तांबे के लोटे में स्वच्छ जल के साथ भरकर रखना चाहिए। तांबे का लोटा शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।

प्रक्रिया:

  1. तांबे के लोटे में जल भरें और उसमें पांच कमलगट्टे और पांच बेलपत्र डालें।
  2. इस लोटे को अपने सीधे हाथ में पकड़ें।
  3. अब भगवान शिव के निम्नलिखित मंत्र का पांच बार स्मरण करें:

“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं”

यह मंत्र आपकी प्रार्थना को शक्ति प्रदान करता है और आपकी समस्या को दूर करने में सहायक होता है।

अपनी समस्या का ध्यान

लोटे को सिर से लगाकर अपनी समस्या का ध्यान करें। अपने मन की समस्त पीड़ा, बीमारी, या कठिनाइयों को भगवान शिव के चरणों में समर्पित कर दें। विश्वास और भक्ति के साथ यह मानें कि भगवान शिव आपकी समस्या का समाधान करेंगे। यह ध्यान और विश्वास आपके मन को शांति प्रदान करेगा और सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करेगा।

जल, कमलगट्टे और बेलपत्र अर्पण की प्रक्रिया

अब इस लोटे में भरे जल, कमलगट्टे, और बेलपत्र को अपने गांव, नगर, या शहर से दूर किसी एकांत स्थान पर ले जाएं। यह स्थान ऐसा होना चाहिए जहां शिव मंदिर हो या किसी वृक्ष के नीचे शिवलिंग स्थापित हो। वहां पहुंचकर भगवान शिव का ध्यान करें और अपनी समस्या को उनके चरणों में समर्पित करते हुए इस जल को शिवलिंग पर अर्पित कर दें। इसके साथ ही कमलगट्टे और बेलपत्र भी अर्पित करें।

एक कमलगट्टा और बेलपत्र घर लाना

इस प्रक्रिया के बाद, अर्पित किए गए पांच कमलगट्टों और बेलपत्रों में से एक-एक को उठाकर अपने साथ घर ले आएं। इन्हें अपने पूजा घर में स्थापित करें। यह आपकी प्रार्थना और भक्ति का प्रतीक होगा।

घर पर इन पवित्र वस्तुओं को रखने के बाद भगवान शिव का स्मरण करें। उनकी कृपा के लिए आभार व्यक्त करें और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रार्थना करें। यह प्रतीक आपकी भक्ति और भगवान शिव के साथ आपके आध्यात्मिक संबंध को मजबूत करेगा।

इस उपाय के लाभ

  1. गंभीर बीमारियों से मुक्ति: यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। भगवान शिव की कृपा से शरीर और मन की शुद्धि होती है।
  2. सकारात्मक ऊर्जा का संचार: इस प्रक्रिया के दौरान आपकी आंतरिक और बाहरी ऊर्जा का संतुलन बनता है, जो आपके जीवन में सकारात्मकता लाने में सहायक होता है।
  3. शांति और सुख: भगवान शिव का आशीर्वाद जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि लाता है।
  4. कठिनाइयों का समाधान: यह साधना जीवन की विभिन्न कठिनाइयों को दूर करने में सहायक होती है।

विशेष ध्यान रखने योग्य बातें

  1. इस उपाय को पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ करें।
  2. शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। अर्पित की जाने वाली सामग्री (जैसे शमी का फूल, घी, कमलगट्टे, और बेलपत्र) पूर्णतः शुद्ध होनी चाहिए।
  3. यदि संभव हो, तो उपाय के दौरान व्रत रखें। व्रत से शरीर और मन शुद्ध होते हैं।
  4. शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय मन को शांत रखें और पूरी निष्ठा के साथ भगवान शिव का स्मरण करें।

निष्कर्ष

पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताए गए इस उपाय को नियमित रूप से करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। यह न केवल आपकी समस्याओं का समाधान करता है, बल्कि आपके जीवन में शांति और सुख का संचार भी करता है। भगवान शिव को सच्चे मन से स्मरण करें और उनकी कृपा के लिए आभार प्रकट करें। भगवान शिव की कृपा से आपके जीवन में आने वाली हर बाधा का निवारण होगा और आप सुखद और समृद्ध जीवन जी सकेंगे।

“हर हर महादेव!”

 

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