शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो लिरिक्स

शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो लिरिक्स

शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो,
शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो…

ओ डमरू वाले ओ काशी वाले लिरिक्स

जिसने चरणों में शीश झुकाया उसका हर काम तुमने बनाया,
तुम हो कृपामई तुम हो करुणामई कष्ट काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो,
शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो…

तेरे नाम का लेके सहारा अब कटता है हर पल हमारा,
शंभू रटते रहे शंभू जपते रहें संकट काटो,
दया करी ने ने दर्शन आपो,
शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो,
दया करीने ने दर्शन आपो…

ओ डमरू वाले ओ काशी वाले लिरिक्स

शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो,
शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो…

भजन के बारे में :

भजन के बोल : तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूँ लिरिक्स

भजन गायक : पंडित प्रदीप मिश्रा जी महाराज (सीहोर वाले)

पवित्र धाम : कुबरेश्वर धाम (सीहोर)

गुरूजी के मधुर भजनों का आनंद लेवें

 कब से खड़े हैं झोली पसार…

ओ डमरू वाले ओ काशी वाले लिरिक्स

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