श्री शिव सेवा महापुराण कथा त्रिवेणी संगम महाकुंभ प्रयागराज 2025

श्री शिव सेवा महापुराण कथा: श्रद्धा और आस्था का अनुपम आयोजन

श्री शिव सेवा महापुराण कथा त्रिवेणी संगम महाकुंभ प्रयागराज

भारतीय संस्कृति में धर्म और आध्यात्मिकता का विशेष स्थान है। ऐसे में जब भी कोई धार्मिक आयोजन होता है, वह समाज को न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि मानव जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का माध्यम भी बनता है। ऐसा ही एक विशेष आयोजन “श्री शिव सेवा महापुराण कथा” के रूप में 10 से 16 फरवरी 2025 तक होने जा रहा है। यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए शिव भक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान से सराबोर अनुभव प्रदान करेगा।

आयोजन की विशेषताएँ

श्री शिव सेवा महापुराण कथा त्रिवेणी संगम महाकुंभ प्रयागराज 2025

यह दिव्य आयोजन “श्री विट्ठलेश सेवा समिति, सीहोर” के तत्वावधान में संपन्न हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक और भागवत भूषण पंडित प्रदीप जी मिश्रा (सीहोर वाले) इस कथा का वाचन करेंगे। उनकी मधुर वाणी और आध्यात्मिक ज्ञान के कारण वे न केवल भारत, बल्कि विश्वभर में प्रसिद्ध हैं।

कार्यक्रम का विवरण

दिनांक: 10 से 16 फरवरी 2025
समय: दोपहर 01:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक
स्थान: श्री सतुआ बाबा सेवा शिविर, लोवर संगम मार्ग, महावीर चौराहा, पीपा पुल नंबर 1, त्रिवेणी संगम के किनारे, सेक्टर 21, महाकुंभ प्रयागराज।

यह आयोजन महाकुंभ प्रयागराज के पवित्र वातावरण में होगा, जो इस कथा को और भी अधिक पवित्र और खास बनाता है। त्रिवेणी संगम के किनारे शिवमहापुराण कथा सुनने का सौभाग्य, श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।

कथा का उद्देश्य

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भगवान शिव की महिमा और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों को जन-जन तक पहुँचाना है। शिवमहापुराण न केवल शिव भक्ति की अमूल्य गाथा है, बल्कि यह जीवन के गूढ़ रहस्यों और मानवता के कल्याण का संदेश भी देती है। पंडित प्रदीप जी मिश्रा के मुखारविंद से इस कथा का श्रवण, जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सच्ची भक्ति का संचार करेगा।

पंडित प्रदीप जी मिश्रा का परिचय

पंडित प्रदीप जी मिश्रा का नाम आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। वे भागवत भूषण और अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक के रूप में जाने जाते हैं। उनकी कथाएँ सरल भाषा में होती हैं, जिससे हर वर्ग के लोग उन्हें समझ सकते हैं। उनकी वाणी में अद्भुत आकर्षण और शक्ति है, जो श्रोताओं को भगवान शिव की भक्ति में डूबने पर मजबूर कर देती है। उनकी कथाओं में धार्मिकता के साथ-साथ जीवन प्रबंधन के महत्वपूर्ण संदेश भी छिपे होते हैं।

 

कथा का प्रसारण

उन श्रद्धालुओं के लिए जो प्रयागराज आकर इस कथा में सम्मिलित नहीं हो सकते, उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। यह कथा पंडित प्रदीप जी मिश्रा के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारित की जाएगी। इससे श्रद्धालु घर बैठे इस कथा का आनंद ले सकेंगे। साथ ही, इससे जुड़ने के लिए आप 7433874338 पर मिस कॉल करके अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

श्री शिव सेवा महापुराण कथा त्रिवेणी संगम महाकुंभ प्रयागराज 2025

श्रद्धालुओं के लिए निमंत्रण

“श्री विट्ठलेश सेवा समिति” ने सभी श्रद्धालुओं को इस आयोजन में सम्मिलित होने का सादर निमंत्रण दिया है। इस आयोजन में भाग लेकर आप भगवान शिव की कथा का श्रवण कर सकते हैं और उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण संदेश

  • कथा में समय पर पहुँचने का प्रयास करें।
  • अपनी आस्था और भक्ति को लेकर कथा स्थल पर आएँ।
  • आयोजन स्थल पर साफ-सफाई और अनुशासन का पालन करें।
  • इस शुभ आयोजन की जानकारी अपने मित्रों और परिवारजनों तक पहुँचाएँ।

शिवमहापुराण कथा का महत्व

शिवमहापुराण कथा का सुनना और उसमें भाग लेना जीवन को धन्य बना सकता है। यह कथा न केवल आध्यात्मिक लाभ प्रदान करती है, बल्कि हमारे जीवन की समस्याओं का समाधान भी प्रस्तुत करती है। भगवान शिव का जीवन और उनके द्वारा दी गई शिक्षा हमें सिखाती है कि किस प्रकार हम अपने जीवन को श्रेष्ठ बना सकते हैं।

इस आयोजन के माध्यम से श्रद्धालु भगवान शिव की कृपा और उनके आशीर्वाद का अनुभव करेंगे। यह कथा एक ऐसा माध्यम है, जो हमें भगवान शिव की अनंत महिमा से जोड़ता है।

“श्री शिव सेवा महापुराण कथा” न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जो श्रद्धालुओं को शिवभक्ति के मार्ग पर प्रेरित करता है। पंडित प्रदीप जी मिश्रा की वाणी में यह कथा सुनना एक दिव्य अनुभव होगा।

तो आइए, इस महापुण्य अवसर का हिस्सा बनें और भगवान शिव की असीम कृपा का अनुभव करें। अपने मित्रों और परिजनों के साथ इस आयोजन में सम्मिलित होकर इसे सफल बनायें।

श्री शिव सेवा महापुराण कथा त्रिवेणी संगम महाकुंभ प्रयागराज 2025

प्रदीप मिश्रा जी के भजन लिरिक्स

  1. ओ डमरू वाले ओ काशी वाले लिरिक्स
  2. कब से खड़े है झोली पसार क्यों ना सुने तु मेरी पुकार लिरिक्स
  3. शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा लिरिक्स
  4. तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं लिरिक्स
  5. शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो लिरिक्स
  6. डमरू वाले आजा तेरी याद सताए लिरिक्स
  7. लुटा दिया भण्डार काशी वाले ने लिरिक्स
  8. अब दया करो हे भोलेनाथ मस्त रहूं तेरी मस्ती में लिरिक्स
  9. पशुपति व्रत संपूर्ण विधि – पंडित प्रदीप मिश्रा
  10. दिल तुझको दिया ओ भोले नाथ लिरिक्स
  11. जो शिव नाम होठों पे चढ़ गया रे लिरिक्स
  12. शिव के सिवा कहीं दिल ना लगाना लिरिक्स
  13. तुम आना भोले बाबा मेरे मकान में लिरिक्स